‘मुख्यमंत्री कहग्यो आदमपुर की होवैगी सत्ता में भागीदारी’
Adampur's participation in Power
आदमपुर जनसभा में फ्रंट फुट पर खेले मनोहर लाल
बड़े अंतर से जीत की ओर बढ़ रहे ‘भाजपा के भव्य’
हिसार। आदमपुर उपचुनाव प्रचार के अंतिम दिन आदमपुर मंडी में आयोजित जनसभा में भारी भीड़ जुटी देख मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी फ्रंट फुट पर खेले। मुख्यमंत्री के भाषण से भाजपा खेमें में जबरदस्त उत्साह देखा गया। भाजपा खेमें की माने तो पार्टी बड़े अंतर से चुनाव जीतने जा रही है और क्षेत्रभर से आई जनता ने यह साबित भी कर दिया।
प्रचार के लिए अंतिम दिन विशाल जनसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पार्टी नेता कुलदीप बिश्नोई व उम्मीदवार भव्य बिश्नोई और पार्टी के अन्य नेताओं के भाषणों में उपस्थित लोगों को आदमपुर के लिए बड़ी उम्मीद दिखी। इसका उदाहरण इस रूप में देखने को मिला कि लगभग 10 हजार लोगों की भीड़ चार घंटे तक न केवल शांत रहकर भाषण सुनती रही बल्कि बीच-बीच में जोश से भरकर मंच से की जा रही बातों का जवाब भी दिया। मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान खचाखच भरे जनसभा स्थल पर युवा वर्ग जबरदस्त रिस्पांस करते देखे गए। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में जब ये कहा कि आप केवल भव्य को जिताकर मुझे उसका हाथ पकड़वा दो, बाकी काम मेरा, तो जनता को महसूस हुआ कि अब भव्य की न केवल ऐतिहासिक जीत निश्चित है बल्कि सरकार में सांझेदारी भी निश्चित है, जो आदमपुर के विकास का नया रास्ता खोल देगी। क्षेत्र के लोग भी इसी इंतजार में थे कि मुख्यमंत्री क्या ऐसी घोषणा करते हैं, जिससे क्षेत्र के लोगों को उम्मीद बंधे और यही काम मुख्यमंत्री ने कर दिया।
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जब मुख्यमंत्री अपने भाषण से पहले पूर्व विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल की धर्मपत्नी जसमा देवी का हाथ पकड़कर माइक तक लाए और उन्हें अपनी बड़ी बहन बताया तो आदमपुर की जनता को मुख्यमंत्री से अलग ही जुड़ाव महसूस हुआ। जनसमूह ने तालियों की गड़गड़ाहट कर खुशी जताई। हालांकि जसमा देवी माइक पर ज्यादा नहीं बोल पाई लेकिन जब मुख्यमंत्री ने ये कहा कि आदमपुर वालो धोखे का बदला लो, वर्ष 2005 में वोट तो चौ. भजनलाल के नाम पर मांगे गए, वे मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे, लेकिन रातोंरात ऐसा षड़यंत्र रचा गया कि एक झटके में ही आदमपुर को सत्ता से बाहर कर दिया गया। यह धोखा आदमपुर के साथ हुआ था, अब धोखा करने वाले कैसे आपके बीच आ रहे हैं। मुख्यमंत्री का इतना कहना था कि एकत्रित भीड़ में भावनात्मक रूप से भाजपा का साथ देने व भव्य को विजयी बनाने का संकल्प हाथ उठाकर लिया।
मुख्यमंत्री की जनसभा से लौट रहे लोगों से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि अब कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री कहग्यो आदमपुर की सत्ता में भागीदारी होवैगी, भव्य न जिताण की ही देर है।’ मुख्यमंत्री की जनसभा में भाषण के अधिकतर अंश आदमपुर क्षेत्र से भावनात्मक रूप से जुड़ाव वाले, आदमपुर के पिछड़ेपन को दूर करने वाले व पूर्व में क्षेत्रवासियों से हुए धोखे पर ही केन्द्रीय रहा, जिससे क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री के प्रति जुड़ाव महसूस किया और कहा कि अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल से ही आस है कि वे दूसरे लाल बनकर क्षेत्र का उद्धार करेंगे।
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कुलदीप ने की भावनात्मक अपील, क्षेत्रवासी हुए भावुक
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में पूर्व विधायक कुलदीप बिश्नोई ने अपने बेटे भव्य के वोटों के लिए भावनात्मक अपील की। कुलदीप ने कहा कि मैंने हर गांव—हर जगह पहुंचने का प्रयास किया लेकिन यदि कहीं जलपान कार्यक्रम छूट गये हो तो माफी चाहता हूं। यदि मेरे से, रेनुका से या भव्य से कोई गलती हो गई हो तो माफ कर देना और हमारी नाराजगी का गुस्सा भव्य पर मत निकाल देना। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के किसी गांव से वोटर उनसे नाराज तो हो सकते हैं लेकिन खिलाफ नहीं है। जब उन्होंने ऐसा भाषण दिया तो क्षेत्र की जनता भी भावुक हो गई।
—कुलदीप ने सीएम को बताया विकास पुरूष, सीएम ने बताया कुलदीप को चुस्त—
जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री का स्वागत करते कुलदीप बिश्नोई ने उन्हें विकास पुरूष की संज्ञा दी। कुलदीप ने कहा कि मैंने आज तक इतना लग्नशील व हर समय विकास की सोच रखने वाला मुख्यमंत्री नहीं देखा। यहां तक कि विपक्ष में होते हुए भी जब मैं किसी काम से इनके पास जाता था तो वे तुरंत मांग मान लेते थे। जब मुख्यमंत्री ने भाषण देना शुरू किया तो कहा कि कुलदीप काफी चुस्त व्यक्ति है, विपक्ष का विधायक होते हुए भी कुलदीप उनके पास काम की लंबी—चौड़ी लिस्ट लेकर पहुंच जाते थे। मुख्यमंत्री ने यह कहकर विपक्ष, खासकर कांग्रेस के उन आरोपों को खारिज करने का प्रयास किया जिसमें वे कहते रहे हैं कि कुलदीप विकास के प्रति गंभीर नहीं है।